जो हर परिस्थितयो से समझोता करके अपने जीवन को शांती से व्यक्ति करें यह महापुरूष के चीन्ह है।
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यह महापुरूष जिन को अल्लाह ने लोगों को सच्चा मार्ग बताने के लिए चुना, और जिन को नबी, रसूल कहा गया।
3.
भारतवर्ष का यह महापुरूष अपने अपूर्व मानव प्रेम व महानता से सारे विश्व को परम सुखदाई स्वरूप में परिवर्तित कर देगा।
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यह महापुरूष जिन को अल्लाह ने लोगों को सच्चा मार्ग बताने के लिए चुना, और जिन को नबी, रसूल कहा गया।
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क्योंकि यह महापुरूष अपनी करनी तथा कथनी में मानवता और नैतिक मूल्यों का उदाहरण थे अतः वे लोगों के हृदयों पर राज किया करते थे।
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मेरा कैमरा आज सुबह से टी. वी के आगे बैठा मैच देख रहा था और आंसू बहा रहा था मैंने पूछा क्या हुआ तो बोला मैसोच रहा था की क्या होगा जब क्रिकेट का यह महापुरूष संन्यास ले लेगा ।
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मेरा कैमरा आज सुबह से टी. वी के आगे बैठा मैच देख रहा था और आंसू बहा रहा था मैंने पूछा क्या हुआ तो बोला मैसोच रहा था की क्या होगा जब क्रिकेट का यह महापुरूष संन्यास ले लेगा ।
8.
यद्यपि यह महापुरूष बहुत छोटे और सीमित कालखण्ड में ही सरकार के गठन में सफल रहे किंतु उनकी दृष्टि में न्याय को स्थापित करने, अधिकारों को दिलवाने, अन्याय को समाप्त करने और ईश्वर के धर्म को फैलाने जैसे कार्य के लिए सत्ता एक माध्यम है।
9.
क्या हिंदुओं को आगामी पृष्ठों में दिए अपने श्रेष्ठ व्यक्तियों यानि उनके धर्म-नायकों का अनुकरण करना चाहिए? क्या उनका आचरण अनुकरण योग्य है? विचारिए कि यह महापुरूष गौरव का कारण हैं अथवा लज्जा का? यदि लज्जा का तो इनका त्याग क्यों नहीं करते? हिन्दू धर्मशास्त्र रचयिता और उनके नायक कितने दुराचारी थे, इस सम्बंध में कुछ लिखने की बजाए विभिन्न हिन्दू ग्रन्थों के उदाहरण देना ज़्यादा ठीक समझता है।